Hush Money Case अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से जुड़ा एक विवादित मामला है। यह मामला 2016 के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान सामने आया। आरोप है कि डोनाल्ड ट्रंप ने एक अभिनेत्री स्टॉर्मी डेनियल्स को 1,30,000 अमेरिकी डॉलर (करीब 1 करोड़ रुपये) दिए ताकि वह उनके साथ जुड़े निजी संबंधों पर चुप रहें।
मामला किससे जुड़ा है?
स्टॉर्मी डेनियल्स ने दावा किया था कि 2006 में डोनाल्ड ट्रंप और उनके बीच निजी संबंध थे। ट्रंप ने इन आरोपों से इनकार किया। लेकिन चुनाव से पहले स्टॉर्मी को पैसे देकर यह सुनिश्चित किया गया कि वह इस मामले को सार्वजनिक न करें।
पैसे का भुगतान कैसे हुआ?
ट्रंप के वकील माइकल कोहेन ने कोर्ट में बताया कि उन्होंने स्टॉर्मी डेनियल्स को ट्रंप के कहने पर पैसे दिए। माइकल कोहेन ने यह भी कहा कि ट्रंप ने उन्हें भरोसा दिलाया था कि यह रकम उन्हें वापस मिलेगी।
मामला कानूनी क्यों बना?
हश मनी देना गैरकानूनी नहीं है, लेकिन आरोप है कि ट्रंप ने इस भुगतान को “कानूनी खर्च” के तौर पर दिखाकर रिकॉर्ड में गड़बड़ी की। इसके अलावा, उन पर आरोप है कि उन्होंने इस भुगतान के जरिए चुनाव कानून का भी उल्लंघन किया।
डोनाल्ड ट्रंप पर आरोप
डोनाल्ड ट्रंप पर कुल 34 आरोप लगाए गए, जिनमें व्यापारिक रिकॉर्ड में गड़बड़ी करना और चुनाव कानून का उल्लंघन करना शामिल है।
Hush Money Case: अदालत में क्या हुआ?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक
- यह मामला अमेरिका के इतिहास में पहला मौका था जब किसी पूर्व राष्ट्रपति पर आपराधिक मामला चलाया गया।
- ट्रंप ने अदालत में रोज उपस्थिति दी लेकिन गवाही नहीं दी।
- उन्होंने खुद को निर्दोष बताया और कहा कि यह मामला उन्हें चुनावी नुकसान पहुंचाने की साजिश है।
Hush Money Case पर न्यायालय का फैसला
कोर्ट ने डोनाल्ड ट्रंप को दोषी तो ठहराया, लेकिन उन्हें जेल की सजा या जुर्माना नहीं लगाया। इस फैसले से ट्रंप के 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में हिस्सा लेने का रास्ता साफ हो गया।
Hush Money Case केस का राजनीतिक असर
- ट्रंप ने आरोप लगाया कि यह मामला उनकी चुनावी संभावनाओं को नुकसान पहुंचाने के लिए बनाया गया।
- कोर्ट में ट्रायल के कारण उनके प्रचार अभियान पर असर पड़ा।
- कई रिपब्लिकन नेता उनके समर्थन में अदालत पहुंचे।
Hush Money Case अमेरिका की राजनीति और कानून व्यवस्था का एक अहम मामला है। यह डोनाल्ड ट्रंप के करियर पर गहरा असर डाल सकता है। यह देखना होगा कि इस मामले का आने वाले चुनावों और राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ता है।
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