Adivasi hair oil: आजकल के समय में गंजापन एक आम समस्या हो गई है. बालों के झड़ जाने और गंजेपन के कारण लोग हताश निराश हो जाते हैं और अपने आप में लौ कॉन्फिडेंस फील करते है. मार्किट में बहुत सारे बाल उगाने का दवा करने वाले तेल उपलब्ध है, लेकिन आज हम बात करेंगे Adivasi hair oil की जो आजकल सोशल मीडिया पर बहुत चर्चो में हैक्योकि इसका प्रमोशन कई मशहूर हस्तिया भी कर चुकी है. जिसके कारण लोग इस Adivasi hair oil को बहुत सही बता रहे है तो वही कही लोग इसको फ्रॉड बता रहे है जिसको वजह से यह चर्चो में बहुत है. तो आइये आपको इसके बारे में पूरी जानकारी देते है.
Highlights
मशहूर हस्तियों ने किया प्रमोशन
आपने आये दिन सोशल मीडिया पर कही न कही इसका विज्ञापन जरूर देखा होगा , यही कारण है यह कि उपभोक्ता इसके विज्ञापनों के कारण Adivasi hair oil की ओर सबसे अधिक आकर्षित हुए। मोटिवेशनल स्पीकर सोनू शर्मा, यूट्यूबर और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर एल्विश यादव, अभिनेता सोनू सूद, कोरियोग्राफर और निर्देशक फराह खान, कॉमेडियन कृष्णा अभिषेक और कीकू शारदा, मिस्टर इंडियन हैकर दिलजीत राणा जैसी कई मशहूर हस्तियों ने इस Adivasi hair oil का समर्थन किया है।
बाल झड़ने की वजहें
बाल झड़ने की बहुत सी वजहें हो सकती है लेकिन सबसे आम वजहों में तनाव, पोषक तत्वों की कमी, रूसी, स्कैल्प में एक्स्ट्रा ऑयल, बीमारी और थायराइड इंबैलेंस है। इसके अलावा बालों को कलर या ब्लीच करना, केमिकल ट्रीटमेंट जैसे स्ट्रेटनिंग, पर्मिंग आदि। मेनोपॉज के दौरान या प्रेग्नेंसी के बाद हॉर्मोनल इंबैलेंस भी बालों के झड़ने का कारण हो सकता है।
आदिवासी हाईल आयल
मिली जानकारी के मुताबिक कर्नाटक के मैसूर जिले के पक्षीराजपुरा गांव के निवासी हक्की पिक्की आदिवासी समुदाय एक विशेष तेल का उत्पादन कर रहे हैं। जिसे वे आदिवासी तेल के नाम पर प्रचारित कर रहे हैं. लकः जाता है इस तेल का वर्णन आयुर्वेदिक ग्रंथों में किया गया है। आयुर्वेद की चरस संहिता, सुश्रुत संहिता में जनजातीय तेल बनाने की प्रक्रिया का पूर्ण वर्णन किया गया है। इस Adivasi hair oil को तैयार करने में कम से कम 13 और अधिकतम 250 जड़ी-बूटियों का उपयोग किया जाता है.
Adivasi hair oil पर उठे गंभीर सवाल
आज कल इस Adivasi hair oil के बारे में बहुत चर्चा हो रहा है, कई सारे लोग इसको स्कैम भी बोल रहे है. ऐसी कड़ी में जुड़ते हुए अभी हाल ही में एक यूटूबर ने अपने यूट्ब चैनल Adon hair Oil पर एक वीडियो अपलोड किये जिसमे उन्होंने Adivasi hair oil तैयार करने की प्रकिया पर काफी तीखे सवाल पूछे है आइये आपको बताते है की उन्होंने क्या पूछा
1. एल्यूमिनियम बर्तन में तेल का निर्माण
Adivasi hair oil की तैयारी अक्सर एल्यूमिनियम के बर्तन में की जाती है, जो कि FDA द्वारा स्वीकृत नहीं है। यह एक महत्वपूर्ण सुरक्षा चिंता का विषय है क्योंकि एल्यूमिनियम का इस्तेमाल खाद्य उत्पादों के निर्माण में सुरक्षित नहीं माना जाता है। फिर भी, कई अदिवासी समुदाय इस विधि का उपयोग कर रहे हैं, जिससे उत्पाद के गुणवत्ता और सुरक्षा पर सवाल उठते हैं।
2. सभी तेलों का एक जैसा रंग
Adivasi hair oil के विभिन्न विज्ञापनों और वीडियो में देखा गया है कि सभी तेलों का रंग एक जैसा होता है। यह संदेहास्पद है क्योंकि नारियल का तेल, बादाम का तेल, और अरंडी का तेल का रंग भिन्न होता है। सवाल यह उठता है कि यदि ये तेल वास्तव में मिश्रित किए जाते हैं, तो सभी का रंग एक जैसा कैसे हो सकता है? इससे यह शक पैदा होता है कि उत्पाद में मिलावट हो सकती है या फिर यह सिर्फ एक प्रोपेगेंडा है।
3. तापमान नियंत्रण
Adivasi hair oil के निर्माण के दौरान तापमान का कोई नियंत्रण नहीं होता है। बिना किसी थर्मामीटर या तापमान नियंत्रण तंत्र के, सही तापमान कैसे सुनिश्चित किया जा सकता है? यह तेल वास्तव में बालों के लिए लाभकारी है या फिर सिर्फ जला हुआ तेल है?
4. हर्बल दावों का अभाव
Adivasi hair oil के निर्माता दावा करते हैं कि इसमें 100 से अधिक जड़ी-बूटियां शामिल हैं, लेकिन ये दावे कभी भी उत्पाद की बोतल पर नहीं लिखे जाते। यह एक बड़ा सवाल उठता है कि सरकार कैसे ऐसे उत्पादों को अनुमति दे रही है जो झूठे दावे कर रहे हैं और उपभोक्ताओं को गुमराह कर रहे हैं।
5. प्लास्टिक की गुणवत्ता
Adivasi hair oil तेल की बोतल का प्लास्टिक खाद्य गुणवत्ता का होना चाहिए, लेकिन यहां देखा गया है कि सामान्य प्लास्टिक का इस्तेमाल किया जा रहा है। यह प्लास्टिक तेल में घुल सकता है और इससे स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। यह एक गंभीर मुद्दा है जिसे नज़रअंदाज़ नहीं किया जाना चाहिए।
6. FDA लाइसेंसिंग का अभाव
कई उपभोक्ताओं ने इन उत्पादों को ऑनलाइन ऑर्डर किया है, लेकिन इनमें से किसी भी उत्पाद में कोई सर्टिफिकेट या लाइसेंस नंबर नहीं पाया गया है। यह भारतीय सरकार और कर्नाटक राज्य के अधिकारियों की नाकामी को दर्शाता है। कैसे ऐसे असंगठित उत्पाद बिना किसी विनियामक नियंत्रण के बाजार में बिक रहे हैं?
7. स्वच्छता की कमी
तेल खुले और अस्वच्छ वातावरण में तैयार किया जाता है, जहां कोई उद्योग मानकों का पालन नहीं किया जाता और न ही कोई सुरक्षा उपाय अपनाए जाते हैं। यह Adivasi hair oil उत्पाद की गुणवत्ता और उपभोक्ता सुरक्षा के लिए खतरा है।
8. परीक्षण रिपोर्ट्स का अभाव
किसी भी तेल के उत्पादन के बाद कई परीक्षण किए जाने चाहिए जैसे भारी धातु परीक्षण, विशिष्ट गुरुत्व, सूक्ष्मजीवविज्ञान, आदि। लेकिन इन परीक्षणों की कोई रिपोर्ट नहीं दी जाती। यह उत्पाद की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा करता है।
9. सभी जड़ी-बूटियों का स्रोत
भारत में ऐसा कोई वन नहीं है जहां सभी जड़ी-बूटियां एक ही स्थान पर और पूरे साल उपलब्ध हों। यह एक बड़ा धोखा हो सकता है, और उपभोक्ताओं को इस पर ध्यान देना चाहिए।
10. प्राकृतिक रूप से लंबे बाल
भारत की कई समुदायों की महिलाओं और नागा बाबाओं के बाल स्वाभाविक रूप से लंबे होते हैं, और वे Adivasi hair oil का उपयोग नहीं करते। यह उनके जीन और जीवनशैली का परिणाम है, न कि किसी विशेष तेल का।
11. आयुर्वेदिक तेल नहीं
Adivasi hair oil को जिस तरह से तैयार किया जाता है, वह आयुर्वेदिक तेल तैयार करने की प्रक्रिया से बिल्कुल अलग है। इसमें कोई क्वाथ या स्वरस नहीं होता, बस सभी चीजें मिलाकर गर्म तेल में जला दी जाती हैं। यह आयुर्वेद के सिद्धांतों के विपरीत है और इसे आयुर्वेदिक तेल कहना गलत है।
Adivasi hair oil का दावा
Adivasi hair oil की आधिकारिक वेबसाइट पर किया गया दावा
- दावा किया जाता है कि इस तेल में भृंगराज, नीलांबरी, आंवला, एलो, जसवंद, कादिपत्ता, जटामांसी, नागरमोथा, ब्राह्मी, तुलसा, देवदार, मंजिष्ठा, रतनजोथ, अरंडी, नारियल तेल, रोज़मेरी तेल जैसे 100 प्रकार के बाल बढ़ाने वाले तत्व शामिल हैं।
- जड़ी-बूटियों और तेलों का मिश्रण बालों के विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है। इसमें विटामिन ए, सी और ई के साथ-साथ जिंक, मैग्नीशियम और ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसे पोषक तत्व पाए जा सकते हैं। इसमें कहा गया है कि ये पोषक तत्व खोपड़ी को स्वस्थ रखने और बालों के विकास को बढ़ावा देने में मदद करते हैं।
- फॉर्मूला में आंवला, ब्राह्मी और नीम की जड़ी-बूटियाँ बालों का गिरना कम करती हैं। यह भी दावा किया जाता है कि यह खोपड़ी को पोषण देता है, बालों के रोमों को मजबूत करता है और रूसी, खोपड़ी के संक्रमण को ठीक करता है।
- इसमें टी-ट्री ऑयल, लैवेंडर ऑयल और पेपरमिंट ऑयल होता है जिसमें एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो रूसी और अन्य स्कैल्प संक्रमणों के इलाज में मदद करते हैं।
- Adivasi hair oil ऑयल 100 प्रतिशत प्राकृतिक उत्पादों का उपयोग करके तैयार किया गया है। यह उत्पाद पूरी तरह से आयुर्वेदिक फॉर्मूलेशन से गुणवत्तापूर्ण सामग्री का चयन करके तैयार किया गया है। इसकी स्थापना 2002 में की गई है और वेबसाइट पर बताया गया है कि तेल में किसी भी संरक्षक या रसायन का उपयोग नहीं किया जाता है।
वैज्ञानिक दृष्टि से कितने सही हैं ये दावे?
TV9 मराठी में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक डॉ। गौरांग ने साफ कहा है कि उन्हें इस तरह की तेल बिक्री से कोई दिक्कत नहीं है. लेकिन जिस तरह के दावे वो कर रहे हैं वो वैज्ञानिक तौर पर सही नहीं हैं. “दरअसल, गंजापन एक ऐसी समस्या है जिसका सामना बहुत से लोग करते हैं और यह आजकल दुनिया की एक बड़ी समस्या है। अगर उनके दावे में इतनी सच्चाई होती तो वे अब तक नोबेल पुरस्कार जीत चुके होते.
Note- अब यह निर्णय आपको को लेना है की यह आदिवासी हेयर आयल आपके लिए सही है या नहीं ? इस लेख में दावें मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी पर आधारित है। यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं
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