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निखिल कामथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पॉडकास्ट: पर मोदी ने क्या बोला

निखिल कामथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पॉडकास्ट: पर मोदी ने क्या बोला

निखिल कामथ, जो ऑनलाइन ब्रोकिंग फर्म जीरोधा के सह-संस्थापक हैं, हाल ही में निखिल कामथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पॉडकास्ट को लेकर चर्चा में हैं। निखिल की यात्रा एक साधारण कॉल सेंटर जॉब से शुरू होकर अरबपति बनने तक की है। उनके पॉडकास्ट शो ‘WTF इज’ ने तकनीकी, व्यापार और फिनटेक जैसे मुद्दों पर गहरी चर्चाओं के लिए एक अनोखा मंच तैयार किया है। हाल ही में, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने शो में आमंत्रित कर देशभर का ध्यान खींचा। आइए, इस ऐतिहासिक एपिसोड और निखिल के अब तक के सफर पर एक नजर डालते हैं।

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निखिल कामथ का सफर: संघर्ष से सफलता तक

निखिल कामथ का बचपन सामान्य था, लेकिन उनकी सोच और महत्वाकांक्षाएं असाधारण थीं। उनके पिता बैंक में नौकरी करते थे, जिसके कारण उन्हें अलग-अलग शहरों में रहने का मौका मिला। अंततः उनका परिवार बेंगलुरु में स्थायी रूप से बस गया। निखिल को औपचारिक शिक्षा में रुचि नहीं थी और उन्होंने 16 वर्ष की आयु में स्कूल छोड़ दिया।

स्कूल के दौरान ही उन्होंने एक छोटे व्यवसाय के रूप में पुराने मोबाइल खरीदने और बेचने का काम शुरू किया। उनकी माँ को जब इसका पता चला तो उन्होंने नाराजगी में उनका फोन टॉयलेट में बहा दिया। इस घटना के बाद निखिल ने स्कूल छोड़ दिया और अपने जीवन में कुछ अलग करने का निर्णय लिया।

कॉल सेंटर से स्टॉक मार्केट तक का सफर

17 साल की उम्र में निखिल ने एक कॉल सेंटर में नौकरी की। उनकी शिफ्ट शाम 4 बजे से रात 11 बजे तक होती थी, जिससे उन्हें सुबह के समय स्टॉक ट्रेडिंग सीखने और करने का मौका मिला। उन्होंने 18 साल की उम्र में अपने पिता की बचत को प्रबंधित करना शुरू किया। इसके साथ ही, उन्होंने अपने ऑफिस के कई साथियों के पैसे भी मैनेज किए।

कॉल सेंटर में काम करते हुए, निखिल को अपने मैनेजर से विशेष छूट मिली, जिससे उन्हें कार्यालय में उपस्थित हुए बिना भी काम करने की अनुमति मिल गई। यह सब इसलिए संभव हुआ क्योंकि निखिल अपने मैनेजर सहित अन्य सहकर्मियों के लिए स्टॉक ट्रेडिंग के माध्यम से अच्छा लाभ कमा रहे थे।

जीरोधा की स्थापना

2006 में निखिल और उनके भाई नितिन ने “कामथ एंड एसोसिएट्स” नामक एक फर्म शुरू की। इस फर्म का उद्देश्य था ग्राहकों को पारंपरिक ब्रोकर्स की तुलना में सस्ती सेवाएं प्रदान करना। परंपरागत ब्रोकरेज में ग्राहकों से भारी शुल्क लिया जाता था, लेकिन निखिल और नितिन ने अपने मॉडल को पूरी तरह बदल दिया। 2010 में उन्होंने जीरोधा की शुरुआत की।

जीरोधा का नाम “जीरो” और “रोध” (अवरोध) से मिलकर बना है, जिसका अर्थ है “कोई बाधा नहीं।” इस प्लेटफॉर्म ने निवेशकों और ट्रेडर्स को कम लागत पर बेहतर सेवाएं प्रदान कीं। उन्होंने एक फ्लैट फीस मॉडल अपनाया, जिसमें प्रति लेन-देन केवल 20 रुपये का शुल्क लिया जाता है। यह मॉडल इतना सफल हुआ कि जीरोधा भारत की सबसे बड़ी ब्रोकरेज फर्म बन गई।

डिजिटल क्रांति और व्यापार में नवाचार

जीरोधा ने ऑनलाइन ट्रेडिंग के अनुभव को आसान और सुलभ बनाया। शुरुआती दिनों में कंपनी ने अपने ऑनलाइन इंटरफेस को बेहतर बनाने पर जोर दिया। विज्ञापनों पर खर्च किए बिना, उनकी उत्कृष्ट सेवाओं और ग्राहकों के अनुभव ने कंपनी को एक मजबूत ब्रांड बना दिया। आज जीरोधा के पास 10 मिलियन से अधिक ग्राहक हैं और इसकी वैल्यू 7.7 अरब डॉलर से अधिक है।

निखिल कामथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पॉडकास्ट की शुरुआत

मार्च 2023 में निखिल ने ‘WTF इज’ नामक पॉडकास्ट शो शुरू किया। इस शो में वे विभिन्न उद्योगों के विशेषज्ञों और उद्यमियों को आमंत्रित करते हैं। उनके शो में किरण मजूमदार शॉ, रितेश अग्रवाल, रोनी स्क्रूवाला, और सुनील शेट्टी जैसे बड़े नाम शामिल रहे। पॉडकास्ट के जरिए निखिल ने विभिन्न क्षेत्रों के बारे में जानकारी हासिल करने और अपने दर्शकों को प्रेरित करने का उद्देश्य रखा।

निखिल कामथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पॉडकास्ट: मुख्य बिंदु

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने शो में आमंत्रित करना निखिल के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि थी। दोनों के बीच हुई इस बातचीत में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई, जिनमें शामिल थे:

  1. डिजिटल इंडिया का उदय: प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि कैसे भारत डिजिटल क्रांति के माध्यम से विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है।
  2. स्टार्टअप्स और उद्यमिता: दोनों ने भारत में स्टार्टअप इकोसिस्टम के विकास और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
  3. आत्मनिर्भर भारत: प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत अभियान की उपलब्धियों और उसके प्रभाव पर प्रकाश डाला।
  4. शिक्षा और नवाचार: निखिल ने प्रधानमंत्री से पूछा कि भारत में शिक्षा और नवाचार को कैसे बढ़ावा दिया जा सकता है।

पॉडकास्ट के दौरान विशेष क्षण

निखिल कामथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पॉडकास्ट के दौरान निखिल ने स्वीकार किया कि प्रधानमंत्री से बातचीत करना उनके लिए एक नर्वस करने वाला अनुभव था। प्रधानमंत्री मोदी ने बातचीत को सहज और प्रेरणादायक बनाया। ट्रेलर में मोदी ने कहा, “मुझे खुशी है कि इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से हम अपनी बात युवाओं तक पहुंचा सकते हैं।”

निखिल का दृष्टिकोण और भविष्य की योजनाएं

निखिल का मानना है कि पॉडकास्ट के माध्यम से उन्हें विभिन्न उद्योगों के बारे में गहन जानकारी मिलती है, जो उनके निवेश निर्णयों को बेहतर बनाती है। उनका उद्देश्य है कि वह अपने अनुभव और विचारों को साझा कर अधिक से अधिक लोगों को प्रेरित करें।

निखिल कामथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच हुआ यह पॉडकास्ट भारतीय उद्यमिता, तकनीकी क्रांति और नवाचार के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित हुआ। यह बातचीत न केवल निवेशकों और उद्यमियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है, बल्कि यह भी दिखाती है कि सही दृष्टिकोण और मेहनत से असंभव को संभव बनाया जा सकता है। यह पॉडकास्ट भारतीय युवाओं को बड़े सपने देखने और उन्हें साकार करने की दिशा में प्रेरित करता है।

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