Home » Rajat Patidar: असफलता से सफलता तक का सफर
Rajat Patidar

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Rajat Patidar: असफलता को पीछे छोड़ते हुए रजत पाटीदार ने घरेलू क्रिकेट में शानदार वापसी की है। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उन्होंने मध्य प्रदेश के लिए दमदार प्रदर्शन किया, जिसमें 182.63 के स्ट्राइक रेट से 347 रन बनाए। पाटीदार ने अपनी असफलताओं को स्वीकारते हुए कहा कि असफलता से सीखना ही सफलता की ओर पहला कदम है। आईपीएल 2025 में RCB की कप्तानी के लिए उनका नाम चर्चा में है, खासकर फाफ डुप्लेसी को रिलीज किए जाने के बाद। पाटीदार का लक्ष्य एक बार फिर भारतीय टीम की जर्सी पहनने का है। उन्होंने रणजी ट्रॉफी और टी20 क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन कर यह साबित किया कि वह मौके को भुनाने के लिए तैयार हैं। क्या पाटीदार की यह मेहनत उन्हें भारतीय टीम में वापसी दिला पाएगी या RCB का नया कप्तान बनाएगी? जानिए उनके संघर्ष, सफलता और आत्मविश्वास की कहानी।

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Rajat Patidar: मौके न भुनाने का मलाल

रजत पाटीदार को इस साल की शुरुआत में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू का मौका मिला था। हालांकि, वह छह पारियों में सिर्फ 63 रन ही बना सके। यह प्रदर्शन उनके उम्मीदों के मुताबिक नहीं था। इसके बावजूद, उन्होंने इस असफलता को स्वीकार किया और इसे एक सीख के रूप में लिया। पाटीदार ने कहा, “मुझे बुरा लगता है कि मैं मौके को भुना नहीं पाया, लेकिन कभी-कभी चीजें आपके मुताबिक नहीं होतीं।” फिर भी, उन्होंने इसे अपनी सफलता की यात्रा में एक महत्वपूर्ण कदम माना। दरअसल, उन्होंने यह स्वीकार कर लिया कि असफलता को अपनाना और इससे सीखना ही सफलता की ओर बढ़ने का पहला कदम है।

रणजी और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन

इसके बाद, रजत पाटीदार ने अपनी कमियों को सुधारने के लिए घरेलू क्रिकेट का रुख किया। सबसे पहले, उन्होंने रणजी ट्रॉफी के शुरुआती चरण में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने पांच मैचों में 53.37 की औसत से एक शतक और एक अर्धशतक के साथ कुल 427 रन बनाए। इसके अलावा, मौजूदा सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी टी-20 में भी उनका प्रदर्शन काबिले तारीफ रहा। उन्होंने नौ मैचों में 182.63 के स्ट्राइक रेट से चार अर्धशतक के साथ 347 रन जुटाए। यही नहीं, सेमीफाइनल में दिल्ली के खिलाफ उन्होंने सिर्फ 29 गेंदों में 66 रन की धमाकेदार पारी खेली। यह पारी साबित करती है कि उन्होंने अपनी बल्लेबाजी को एक नए स्तर पर पहुंचा दिया है। इसी तरह, वह हर मैच में अपनी टीम के लिए योगदान देने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।

Rajat Patidar को मुंबई के खिलाफ फाइनल की चुनौती

अब रजत पाटीदार के सामने एक और बड़ी चुनौती है। दरअसल, मध्य प्रदेश की टीम सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के फाइनल में मुंबई से भिड़ने वाली है। याद रहे, दो साल पहले इसी स्थल पर मध्य प्रदेश ने मुंबई को हराकर रणजी ट्रॉफी का खिताब जीता था। उस मैच में पाटीदार ने शानदार 122 रन बनाए थे। इसीलिए, इस बार भी पाटीदार की कोशिश होगी कि वह अपनी टीम को पहली बार सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का खिताब दिलाएं। सच कहें तो, उनका आत्मविश्वास और हालिया फॉर्म टीम के लिए उम्मीद की किरण है।

Rajat Patidar: आरसीबी की कप्तानी की उम्मीद

इसके साथ ही, रजत पाटीदार का नाम आईपीएल 2025 के लिए रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) की कप्तानी के संभावित उम्मीदवारों में शामिल हो गया है। गौरतलब है कि, फाफ डु प्लेसिस को रिलीज किए जाने के बाद आरसीबी नए कप्तान की तलाश में है। पाटीदार को आरसीबी ने रिटेन किया है, जो उनके कौशल और टीम में योगदान का प्रमाण है। उन्होंने कहा, “आरसीबी के लिए खेलना हमेशा गर्व की बात रही है। अगर मुझे टीम का नेतृत्व करने का मौका मिलता है, तो यह मेरे लिए सम्मान की बात होगी।” फिर भी, उन्होंने साफ किया कि इस फैसले का अधिकार पूरी तरह फ्रेंचाइजी के पास है। इसलिए, यह देखना दिलचस्प होगा कि आरसीबी उन्हें इस बड़ी जिम्मेदारी के लिए चुनती है या नहीं।

नए मौके की तलाश में पाटीदार

रजत पाटीदार ने कहा, “क्रिकेट यात्रा में असफलता एक अहम हिस्सा है।” उन्होंने न केवल अपनी पिछली गलतियों को स्वीकार किया, बल्कि उनसे सबक लेकर खुद को बेहतर बनाया। इसलिए, उनका ध्यान अब एक समय में एक गेंद खेलने और अपनी ताकत के अनुसार खेल पर है। इसी तरह, वह बड़े स्कोर बनाने के बजाय टीम के लिए निरंतर योगदान देना चाहते हैं। उनका कहना है, “मैं अपनी टीम के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देने पर ध्यान देता हूं, क्योंकि टीम का हित मेरे लिए सर्वोपरि है।”

भारतीय टीम में वापसी पर तिकी है नजरे

रजत पाटीदार ने अपनी असफलताओं से सीख लेकर और घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करके यह साबित कर दिया है कि वह भारतीय टीम में वापसी के लिए पूरी तरह तैयार हैं। दरअसल, उनका आत्मविश्वास, मेहनत और खेल के प्रति उनकी निष्ठा उन्हें एक सफल खिलाड़ी बना रहे हैं। अगर वह इसी तरह प्रदर्शन करते रहे, तो वह न केवल घरेलू क्रिकेट में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सफलता की नई ऊंचाइयों को छू सकते हैं।

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