Mirabai Chanu एक भारतीय खिलाड़ी है जो कभी बचपपन में लकड़ी के भारी भोज को उठाकर घर को लाती थी और अब पूरी दुनिया में की भारी से भारी वजन को उठने के लिए प्रसिद्ध है,
Highlights
Mirabai Chanu: कौन है ये मीराबाई चानू
Saikhom Mirabai Chanu का जन्म 8 अगस्त 1994 हुआ, ये एक भारतीय भारोत्तोलन खिलाड़ी (Indian Weightlifter) है, भारत के लिए मीराबाई चानू ने भारोत्तोलन में रजत पदक जीतने वाली वे प्रथम महिला हैं, मीराबाई चानू विश्व चैंपियन और राष्ट्रमंडल खेलों में दो स्वर्ण व एक रजत पदक हासिल करने वाली मीराबाई चानू भारत की बेहतरीन वेटलिफ्टर्स की सूची में शामिल आती है
Mirabai Chanu: कैसे रहा है इनका बचपन
Mirabai Chanu: जिस प्रकर से इनका बचपन गुजरा है की लोग विश्वास नहीं है,इन्होने अपने बचपपन में लकड़ी के भारी भोज को उठाकर घर को लाती थी, हालांकि मीराबाई चानू ने कभी हिम्मत नहीं हारी और पूरी जी जान से मेहनत करके आज अपने देश के लिए पेरिस ओलिंपिक 2024 में ये एकलौती वेट लिफ्टर है।
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Mirabai Chanu: weitgh लिफ्टर क्या होता है
Saikhom Mirabai Chanu ने भारी से भारी वजन को उठाकर अपने देश का नाम रोशन किया है, वेटलिफ्ट का मतलब होता है की इस खेल में दो देशो के 2 खिलाड़ीयों की बिच यह खेल होता है और जो भारी सी चीज को उठाता है, और जो उसको ठीक से उठा पाता है वही होता है इस खेल का असली विजेता कहलाता है ।
Mirabai Chanu: जब टोक्यो में लहराया जीत का तिरंगा
भारत के स्टार महिला वेटलिफ्टर Mirabai Chanu ने ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने के साथ टोक्यो में भारत का तिरंगा लहराया, मीराबाई चानू ने इसके साथ ही साल 2000 के बाद ओलंपिक मेडल जीतने वाली भारत की पहली वेटलिफ्टर बन गई, इसके साथ ही उनका नाम इतिहास के पन्नों पर दर्ज हो गया है। मीराबाई चानू ने सिर्फ 26 साल उम्र में कुल 202 किग्रा (स्नैच में 87 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 115 किग्रा) वजन उठाया. और वेटलिफ्टिंग में भारत के लिए पहला मेडल कर्णम मल्लेश्वरी के नाम है। और भारत के लिए पेरिस ओलिंपिक में मीराबाई चानू से अब लिए उनसे अपेक्षा लगी है क्योंकि उनके पास वेट लिफ्टिंग का अनुभव है।
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Mirabai Chanu: जीत चुकी है गोल्ड मैडल
भारत के लिए Mirabai Chanu ने कॉमनवेल्थ गेम्स की वेटलिफ्टिंग में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है, मीराबाई चानू ने 49 किलोग्राम भार वर्ग में वजन उठाकर कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीत लिया है। चानू ने स्नैच राउंड के बाद 12 किलो की अच्छी खासी बढ़त बना ली थी, जैसा की हमें हर बार चानू से देखने से लगता है की उन में किसी भी प्रकार का आत्म विश्वास की कमी नहीं दिखती है और इस बार शुरू से ही अपने पुरे विश्वास के साथ तैयार नजर आ रही है।
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Mirabai Chanu: ओलिंपिक में क्यों है इनसे इतनी ज्यादा उम्मीदें
Saikhom Mirabai Chanu भारत के लिए वो खिलाड़ी है जिन्हे अपनी पहचान बताने की कोई जरुरत नहीं पड़ती है, क्योंकि चानू कुछ ऐसी जानी मानी अथलीट है जिनका नाम हमेशा भारत के इतिहास में जब जब ओलिंपिक की बात होंगी तब तब मीराबाई चानू की बात होंगी।
मीराबाई चानू ने ओलिंपिक में भारत के लिए हमेशा से अच्छा प्रदर्शन किया है और ये वो खिलाड़ी है जिनसे हर बार एक नई उम्मीदें लगी होती है, मीराबाई चानू भारत की सबसे सफल महिला वेटलिफ्टर हैं. वह ओलंपिक रजत के अलावा विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण और रजत, कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं. मीराबाई अपने ग्रुप में शामिल 12 वेटलिफ्टरों में इकलौती हैं, जो 200 किलो के वज़न को पार करती है और ये सब इन्होंने अपनी मेहनत और लगन से हासिल किया है।
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