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Gautam Gambhir: भारतीय क्रिकेट टीम इन दिनों एक मुश्किल दौर से गुजर रही है। टीम के खराब प्रदर्शन के कारण, अब गौतम गंभीर, जो टीम इंडिया के हेड कोच हैं, उनके बारे में भी सवाल उठने लगे हैं। अगर टीम का प्रदर्शन चैंपियंस ट्रॉफी में भी सुधार नहीं करता, तो गौतम गंभीर की कोचिंग पर संकट आ सकता है। इस लेख में हम जानेंगे कि गौतम गंभीर की कोचिंग में क्या समस्याएँ आई हैं और बीसीसीआई के लिए यह क्या मायने रखता है।
ऑस्ट्रेलिया में भारत का प्रदर्शन बहुत ही खराब रहा है। टीम पहले 1-2 से पीछे हो चुकी है। अगर भारतीय टीम सिडनी टेस्ट जीत भी ले, तो सीरीज बराबरी पर खत्म होगी। शुरूआत में टीम का प्रदर्शन अच्छा था, लेकिन फिर टीम लगातार हारने लगी। खासकर बल्लेबाजों का फॉर्म बहुत खराब रहा है। विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे बड़े बल्लेबाजों का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं था। इस खराब प्रदर्शन के बाद गौतम गंभीर की कोचिंग पर सवाल उठने लगे हैं।
बीसीसीआई के अधिकारियों का कहना है कि अगर चैंपियंस ट्रॉफी में भी टीम का प्रदर्शन अच्छा नहीं होता, तो गौतम गंभीर की कोचिंग पर सवाल उठ सकते हैं। एक वरिष्ठ बीसीसीआई अधिकारी ने बताया कि अगर प्रदर्शन में सुधार नहीं हुआ तो गौतम गंभीर की स्थिति भी खतरे में पड़ सकती है। दिलचस्प बात यह है कि गौतम गंभीर को पहले कभी बीसीसीआई की पहली पसंद नहीं माना गया था। वीवीएस लक्ष्मण को पहले इस पद के लिए चुने जाने की योजना थी, लेकिन जब विदेशी कोच नहीं मिले, तब गंभीर को यह जिम्मेदारी दी गई। अब, टीम की खराब स्थिति इस फैसले को चुनौती दे रही है।
गौतम गंभीर के कोच बनने के बाद से, टीम के कई खिलाड़ियों के साथ उनका संबंध ठीक नहीं रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, गंभीर का संवाद खिलाड़ियों के साथ उतना अच्छा नहीं है जितना पूर्व कोच रवि शास्त्री और राहुल द्रविड़ के साथ था। कुछ खिलाड़ियों ने गंभीर के फैसलों पर सवाल उठाए हैं। यदि यह तनाव बढ़ता है, तो इसका असर टीम के प्रदर्शन पर भी पड़ सकता है। इस वजह से चैंपियंस ट्रॉफी में भी टीम का प्रदर्शन कमजोर हो सकता है।
चैंपियंस ट्रॉफी 19 फरवरी 2025 से शुरू हो रही है, और भारत को अपने पहले मैच में बांग्लादेश से भिड़ना है। इसके बाद पाकिस्तान के खिलाफ भी मुकाबला होगा। यह टूर्नामेंट भारतीय टीम के लिए बहुत अहम है क्योंकि इसके प्रदर्शन से आने वाले समय में टीम के लिए कई फैसले हो सकते हैं। अगर इस टूर्नामेंट में टीम का प्रदर्शन अच्छा नहीं होता, तो बीसीसीआई को गंभीर के बारे में गंभीर फैसला लेना पड़ सकता है।
गौतम गंभीर की कोचिंग के बाद से भारतीय टीम का प्रदर्शन उम्मीद के अनुसार नहीं रहा। भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज गंवाई, और अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी टीम संघर्ष कर रही है। टीम के बल्लेबाजों और गेंदबाजों का प्रदर्शन बहुत ही खराब रहा है। ऐसे में, बीसीसीआई को गंभीर की कोचिंग पर फिर से विचार करना पड़ सकता है। अगर इस स्थिति में कोई सुधार नहीं होता, तो टीम को एक नए कोच की जरूरत पड़ सकती है।
बीसीसीआई का कहना है कि गौतम गंभीर की कोचिंग चैंपियंस ट्रॉफी पर निर्भर करेगी। अगर इस टूर्नामेंट में भी टीम का प्रदर्शन खराब होता है, तो गंभीर को हटाया जा सकता है। इस समय उनके सामने एक बड़ा सवाल है, क्योंकि उन्हें टीम की स्थिति को बेहतर बनाना होगा, ताकि उनके कार्यकाल को बचाया जा सके।
गौतम गंभीर के कोच बनने के बाद से टीम इंडिया का प्रदर्शन ज्यादा बेहतर नहीं हुआ है। टीम ने कई सीरीज गंवाई हैं और बड़े खिलाड़ियों का फॉर्म भी खराब रहा है। अगर चैंपियंस ट्रॉफी में भी टीम का प्रदर्शन अच्छा नहीं होता, तो बीसीसीआई को गंभीर के बारे में बड़ा फैसला लेना पड़ सकता है। फिलहाल, यह कहना मुश्किल है कि गौतम गंभीर का कार्यकाल जारी रहेगा या नहीं, लेकिन चैंपियंस ट्रॉफी में टीम के प्रदर्शन पर निर्भर करेगा कि बीसीसीआई क्या कदम उठाता है।
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