Tulika Maan: तूलिका मान का जन्म 9 सितंबर 1998 में हुआ था, तूलिका मान एक भारतीय जूडोका हैं। जो +78 किलोग्राम भार वर्ग में प्रतिस्पर्धा करती हैं और 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीत चुकी हैं। विश्व विजेता और एशियाई चैंपियन है.
Tulika Maan: जानिए कैसे रहा इस देश की इस बेटी का जीवन
Tulika Maan: पिता की मृत्यु के बाद इनका जीवन संघर्ष से भरा हुआ था लेकिन पिता के खोने के बाद से तूलिका की माँ ने इनका पालन-पोषण अकेले ही किया था जो उस समय नई दिल्ली में एक पुलिस स्टेशन में एक कांस्टेबल के रूप में काम करती थी. हालांकि तूलिका को पड़ने लिखने में मन नहीं लगता था, उन्होंने शुरू से ही जुडो की खेल की ओर अपना ध्यान लगया.
Tulika Maan : कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 ने दिया तूलिका को नया पहचान
Tulika Maan कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में तूलिका मान का पहला मुकाबले में मॉरिशस की ट्रैसी डुरहोन के खिलाफ था। इस खेल 78 किलोग्राम या उससे ज्यादा भारवर्ग में तूलिका ने ना सिर्फ शानदार प्रदर्शन किया बल्कि अपनी एक अलग ही छाप छोड़ दिया था.तूलिका ने इपॉन के जरिए एक अंक हासिल किया और यही निर्णायक साबित हुआ। हालांकि मारिशस की खिलाड़ी ने पेनाल्टी के दो अंक भी गंवाए थे जिसकी वजह अगर तूलिका कोई स्कोर नहीं भी करतीं तो उनकी जीत तय थी, लेकिन तूलिका ने ऐसा नहीं होने दिया बल्कि अपने दम पर जीत हासिल किया.
तूलिका का दूसरा मैच न्यूजीलैंड के सिडनी एंड्यूस के साथ था। इस मैच में कीवी खिलाड़ी ने ना सिर्फ कड़ी टक्कर दी बल्कि इस मैच को बेहतरीन बना दिया था,वजा-आरी के जरिए एक अंक हासिल किया, लेकिन तूलिका ने इपॉन के जरिए एक अंक हासिल किया और मैच जीत लिया।उन्होंने पेनाल्टी का एक अंक भी गंवाया था, लेकिन दोनों खिलाड़ियों ने स्कोर किया था। ऐसे में पेनाल्टी की अंक कोई महत्व नहीं था। तूलिका ने इस मैच में शिडो के जरिए भी अंक हासिल किया।
महिलाओं के 78 किलोग्राम वर्ग के फाइनल में तूलिका मान का सामना स्कॉटलैंड की सारा एडलिंग्टन के साथ था। इस मैच में उन्होंने शुरुआत में वजा-आरी से बढ़त हासिल कर ली थी, लेकिन आखिर मिनट में सारा ने इपपोन लगाकर मैच जीत लिया और तूलिका की लाख कोशिशो के बाद बावजूद वो फाइनल में अपने आप को हार से नहीं बचा पायी.
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Tulika Maan: जानिए तूलिका मान की उपलब्धियाँ
Tulika Maan शुरुआत से ही जूडो की सबसे प्रतिभावान और शानदार खिलाड़ियों में शामिल रही हैं। वो राष्ट्रीय स्तर पर बहुत सारे प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक जीतकर अपना नाम बनाया है. तूलिका मान की जीत की शुरुआत जूनियर लेवल पर वो रजत पदक जीत कर शुरू हो गयी थी.
Tulika Maan 2019 से अंतरराष्ट्रीय जूडो फेडेरेशन के विश्व टूर में हिस्सा लिया था, उन्होंने ताइपे में एशियन ओपन में कांस्य पदक अपने नाम किया, इससे पहले 2018 में उन्होंने जयपुर में कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप जीता था. 2017 में तूलिका मान ने बुडापेस्ट में पहली बार विश्व चैंपियनशिप में भाग लिया था और टोक्यो में दुनिया की टॉप शीर्ष जूडो खिलाड़ियों से सामना किया था।
2019 में वॉलशाल में तूलिका मान कॉमनवेल्थ में बनी चैंपियन.
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Tulika Maan ने अपनी बादशाहत जूनियर स्तर पर उन्होंने दो कांस्य जीतकर जारी रखा, और तो और जूनियर लेवल पर ही उन्होंने यूरोपियन कप में एक स्वर्ण पदक और नेशनल चैंपियनशिप में एक स्वर्ण और एक रजत पदक जीत चुकी हैं.
और जीत का सिलसिला यह भी नहीं रुका और उन्होंने सीनियर स्तर पर राष्ट्रीय चैंपियनशिप में दो स्वर्ण पदक जीतकर अपनी पहचान बरकरार रखा.
Tulika Maan: उनकी माँ है उनके लिए सबकुछ
Tulika Maan अपने निजी जिंदगी के बारे में जब तूलिका मान बात करती है या सोचती है तो वो सिर्फ और सिर्फ अपनी माँ के ख़ुशी के लिए सोचती है, हालांकि उनका अपना मानना है की उनकी इस जुडो की सफर में अगर उनके माँ ने उनका साथ नहीं दिया होता तो वो शायद कभी भी यहाँ तक नहीं पहुंच पाती. Tulika Maan ने बताया है की उनकी माँ के पेंशन से उन्होंने जुडो की फाइट लड़ी और वो कई बार हार भी जाती थी लेकिन फिर भी उनकी माँ ने उनका साथ और उनका विश्वास कभी नहीं छोड़ा.