हादसे का समय और कारण
यह हादसा स्थानीय समयानुसार सुबह 9:07 बजे हुआ। प्रारंभिक जांच के अनुसार, हादसे का कारण विमान के लैंडिंग गियर में खराबी को माना जा रहा है। यह खराबी संभवतः पक्षी से टकराने के कारण हुई। इसके अलावा, ब्रेक सिस्टम फेल होने और तेज गति से लैंडिंग भी हादसे के कारण हो सकते हैं।
हादसे का विवरण
विमान रनवे पर उतरते समय नियंत्रण खो बैठा और फिसलकर बाउंड्री वॉल से टकरा गया। टकराने के बाद विमान में आग लग गई।
- यात्रियों की संख्या: 181 (175 यात्री और 6 क्रू मेंबर)।
- जीवित बचे: केवल 2 लोग।
- मृतक संख्या: 179।
राहत और बचाव कार्य
हादसे के तुरंत बाद हवाई अड्डे की आपातकालीन सेवाओं ने राहत और बचाव कार्य शुरू किया।
- बचाव दल ने विमान के पिछले हिस्से से 47 शव बरामद किए।
- बचाए गए दो लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
- मरने वालों की संख्या और बढ़ने की आशंका है।
विमान और फ्लाइट की जानकारी
यह विमान जेजू एयर का था और बोइंग 737-800 मॉडल का था। यह फ्लाइट बैंकॉक से मुआन लौट रही थी।
- अधिकांश यात्री दक्षिण कोरियाई नागरिक थे।
- केवल 2 यात्री थाईलैंड के थे।
हादसे के संभावित कारण
- लैंडिंग गियर में खराबी।
- ब्रेक सिस्टम का फेल होना।
- पक्षी से टकराने के कारण लैंडिंग गियर ने काम करना बंद कर दिया।
- तेज गति से रनवे पर उतरने के कारण नियंत्रण खो बैठा।
South Korea Plane Crash: सरकारी प्रतिक्रिया
दक्षिण कोरिया के कार्यवाहक राष्ट्रपति चोई सुंग-मोक ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने बचाव अभियान को तेज करने और हादसे की गहराई से जांच करने के निर्देश दिए हैं। राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि भविष्य में ऐसे हादसे न हों, इसके लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे। इस हादसे ने हाल में हुई अन्य विमान दुर्घटनाओं की याद दिला दी है। कुछ दिन पहले, कजाखस्तान के अक्तौ में भी एक विमान हादसा हुआ था, जिसमें 38 लोगों की जान गई थी।
विमानन सुरक्षा पर सवाल
इस हादसे ने विमानन सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
- विशेषज्ञों का मानना है कि लैंडिंग गियर और ब्रेक सिस्टम की नियमित जांच होनी चाहिए।
- हवाई अड्डों के आसपास पक्षी टकराने की घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा उपाय बढ़ाने की जरूरत है।
- विमान के रखरखाव में किसी भी तरह की लापरवाही को रोका जाना चाहिए।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह दक्षिण कोरिया का यह हादसा बहुत ही दुखद है। यात्रियों और उनके परिवारों के लिए यह एक बड़ी त्रासदी है। सरकार और विमानन कंपनियों को इस घटना से सबक लेते हुए सुरक्षा के सभी आवश्यक कदम उठाने चाहिए। इससे न केवल यात्रियों की जान बचाई जा सकेगी, बल्कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को भी रोका जा सकेगा।
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