new year 2024

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Happy New Near

New Year 1 जनवरी को लोग बहुत हर्सोल्लास का स्वागत करते है, लोग तरह तरह के कर्यक्रम करते है लोग एक दूसरे से खुसिया बाटते है तो कोई साल भर के लिए तरह तरह के वादे करते है, नए संकल्पो नयी मंजिलो की तलाश के लिए खुद को तैयार करते है। 31 दिसंबर की रात से ही जश्न शुरू हो जाता है, तो वही कुछ लोगो के मन में एक सवाल आता होगा की लोग New Year कब से मन शुरू किये और क्यों ? आइये आ हम आपको नए साल का इतिहास बताते है ।

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credit- istock

New year का इतिहास

दुनिया में बहुत सारे कैलेंडर प्रचलन में है तो हर कैलेंडर के हिसाब से अलग अलग दिन New Year माना  जाता है , इससे पहले ज्यादातर कई कलेण्डरों में New Year 25 मार्च या तो 25 दिसंबर को मनाया जाता था, इसका कोई निर्धारित तारीख नहीं थी । मगर अब जो New Year मनाया जाता है वह ग्रिगेरियन कैलेंडर के अनुसार माया जाता है , इसका शुरुआत 1558 में हुयी थी, इस कैलेंडर से पहले रूस का जूलियन कैलेंडर ज्यादा प्रचलन में था, इस कैलेंडर में बस 10 ही महीने होते थे तथा इस कैलेंडर के हिसाब से क्रिसमस का दिन नहीं आता था, तो क्रिसमस के दिन को निश्चित करने के लिए रोम के पॉप ग्रेगोरी XIII ने  24 फरवरी 1582 को  कैलेंडर में बदलाव किया फिर इन्ही के नाम से इस कैलेंडर का नाम पड़ा।

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Roman king

साल में 365 दिन ही क्यों होते है ?

जब साल में 10 महीने हुआ करते थे, तो पुरे साल में 310 दिन ही होते थे। उन दिनों एक सप्ताह में 8 दिन माने जाते थे, हालाँकि रोम के शासक जुलिअस सीज़र ने जब रोमन कैलेंडर में बदलाव तब 12 महीने निर्धारित हुआ जिसमे 265 दिन निर्धारित किये गए । किसी भी कैलेंडर को सूर्य चक्र या चंद्र चक्र की गणना पर आधारित किया जाता है। चंद्र चक्र पर बनने वाले कैलेंडर में 354 दिन होते है, वही सूर्य चक्र पर बनने वाले कैलेंडर में 365 दिन होते है, ग्रिगेरियन कैलेंडर सूर्य चक्र पर आधारित है इसलिए साल में 365 दिन होते है।

New Year का पहला महीने का जनवरी नाम कैसे पड़ा ?

जुलिअस कैलेंडर के हिसाब से साल का पहला महीना को जानूस कहा जाता था। रोम के देवता का नाम जानूस था, जिनके नाम पर  साल के पहले महीने का नाम पड़ा,  बाद में जानूस को जनवरी कहा जाने लगा।

भारत में New Year कब होता है?

पूरी दुनिया भर में 31 दिसंबर की आधी रात के बाद से कैलेंडर बदल जाता है और जनवरी से New Year लग जाता है लेकिन भारत में लोग अपने रीती रिवाजो के मुताबिक अलग अलग दिन पर New Year मानते है। पंजाब में बैसाखी के तौर पर New Year की शुरुआत होती है, जो 13 अप्रैल को है। वही सिख अनुआयी नानकशाही के कैलेंडर के मुताबिक मार्च में होली के दूसरे दिन से New Year मानते है। जैन धर्म के अनुआयी दिवाली के अगले दिन New Year मानते है। इसके अलावा हिन्दू नववर्ष चैत्र प्रतिपदा या गुड़ी पड़वा को मनाया जाता है।

 

By Vijay Mark

मैं The News Ark में राजनीति, प्रौद्योगिकी और नौकरी से संबंधित समाचार लेख लिखता हूं और मुख्य संपादक के रूप में भी काम करता हूं, किसी भी प्रश्न या जानकारी के लिए contact@thenewsark.com पर मेल करें।

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