अमरोहा के सपा विधायक और पूर्व मंत्री महबूब अली ने हाल ही में बिजनौर में एक सभा के दौरान एक विवादित बयान दिया, जिसने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी। उन्होंने अपने भाषण में सीधे बीजेपी सरकार और केंद्र की मोदी सरकार पर हमले किए। इस दौरान ‘Mehboob Ali Statement’ में कहा, “मुगलों ने 800 साल तक शासन किया। जब वे नहीं रहे, तो तुम क्या करोगे?”
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Mehboob Ali Statement: मुस्लिम आबादी का मुद्दा और बीजेपी को चुनौती
महबूब अली ने अपने संबोधन में यूपी में मुस्लिम आबादी के बढ़ने का उल्लेख किया, जिसे उन्होंने बीजेपी के लिए एक खतरे के रूप में पेश किया। उन्होंने स्पष्ट किया, “मुस्लिम आबादी बढ़ रही है और तुम्हारा राज अब खत्म होने वाला है। 2027 में तुम जाओगे, हम आएंगे।” इस प्रकार, उनका यह बयान राजनीतिक चर्चाओं का केंद्र बन गया है, जिसमें उन्होंने बीजेपी सरकार को सत्ता से बेदखल होने की चेतावनी दी।
मोदी सरकार पर आरोपों का प्रहार
इसके अलावा, महबूब अली ने केंद्र की मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि देश की महत्वपूर्ण संपत्तियों को बेचा जा रहा है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा, “रेलवे, टेलीफोन, एलआईसी और एयरपोर्ट जैसी संपत्तियों को बेचा जा चुका है। अब जनता सब समझ चुकी है और वे इन्हें सत्ता में वापस नहीं लाएगी।”
Mehboob Ali Statement: कैसे शुरू हुआ, महबूब अली का राजनीतिक सफर।
महबूब अली का राजनीतिक सफर 2002 में अमरोहा के खंथ विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने जाने के साथ शुरू हुआ। इसके बाद उन्होंने 2007, 2012 और 2017 के विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी के टिकट पर जीत हासिल की। इसके अतिरिक्त, अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सरकार में उन्हें रेशम उत्पादन और कपड़ा मंत्री बनाया गया, और 2016 में उन्हें लघु सिंचाई का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया।
संविधान और आरक्षण पर भी उठाये सवाल
महबूब अली ने बीजेपी सरकार पर संविधान और आरक्षण विरोधी होने के भी आरोप लगाए। उन्होंने बताया कि यह सरकार संविधान की मूल भावना और आरक्षण के खिलाफ काम कर रही है, जिससे समाज के वंचित वर्गों का हक मारा जा रहा है।
Mehboob Ali Statement: किसकी कितनी है आबादी?
विकिपीडिया ले अनुसार, 2011 की जनगणना के अनुसार भारत की जनसंख्या में धर्म का बड़ा महत्व है। इस जनगणना में देखा गया कि लगभग 79.8% लोग हिंदू धर्म का पालन करते हैं, जो देश की सबसे बड़ी धार्मिक पहचान है। इसके बाद, 14.2% लोग इस्लाम धर्म को मानते हैं, जो भारत में दूसरा सबसे बड़ा धर्म है। ईसाई धर्म का पालन करने वाले लोग 2.3% हैं, जबकि सिख धर्म को मानने वालों की संख्या 1.7% है।
इसके अतिरिक्त, बौद्ध धर्म के अनुयायियों की संख्या 0.7% है और जैन धर्म का पालन करने वाले लोग 0.4% हैं। इस तरह, भारत विविध धर्मों और सांस्कृतिक परंपराओं का एक अद्वितीय मिश्रण है। इन आंकड़ों से यह स्पष्ट होता है कि धार्मिक विविधता भारत की पहचान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो इस देश की सामाजिक और सांस्कृतिक धरोहर को समृद्ध बनाती है।
Mehboob Ali Statement: विवादित बयान का राजनीतिक प्रभाव
महबूब अली के इस बयान के बाद राजनीतिक प्रतिक्रियाएं तेज हो गई हैं। बीजेपी ने इस बयान की निंदा की है, जबकि सपा समर्थकों ने इसे सच्चाई का आईना बताया है। इस प्रकार, यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले चुनावों में इस बयान का असर क्या होता है।
महबूब अली का बयान उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा चुका है। यह बयान आगामी चुनावों में एक बड़ा मुद्दा बन सकता है। अब यह देखना है कि इस बयान का प्रदेश की राजनीतिक फिजां पर क्या असर पड़ेगा। इस तरह, राजनीतिक स्थिति में होने वाले परिवर्तनों के प्रति जागरूक रहना महत्वपूर्ण है।
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