Virat Kohli: भारत के स्टार बल्लेबाज और रन मशीन किंग कोहली ने 27,000 रन का यह सफर सिर्फ आंकड़ों का खेल नहीं है; यह उनकी मेहनत, संघर्ष और समर्पण की कहानी है। उन्होंने न केवल अपने लिए, बल्कि अपनी टीम और देश के लिए भी गर्व का कारण बने हैं। क्रिकेट की दुनिया में उनके योगदान को कभी नहीं भुलाया जाएगा, और उनके नाम से जुड़े रिकॉर्ड हमेशा उनकी महानता की गवाही देंगे। विराट कोहली का यह सफर उन्हें क्रिकेट के इतिहास में एक अमिट स्थान दिलाने में सफल रहा है। विराट कोहली ने बनाए सबसे धीमे 9000 टेस्ट रन, लेकिन शानदार पारी से भारत को उम्मीदें
Virat Kohli: 9000 टेस्ट रन पूरा करने वाले चौथे भारतीय बल्लेबाज
विराट कोहली, जो भारतीय क्रिकेट के महानतम बल्लेबाजों में से एक हैं, ने एक और ऐतिहासिक उपलब्धि अपने नाम की। वह टेस्ट क्रिकेट में 9000 रन पूरे करने वाले केवल चौथे भारतीय बल्लेबाज बने हैं। इससे पहले यह मुकाम सिर्फ सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और सुनील गावस्कर ही हासिल कर पाए थे। कोहली ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच की दूसरी पारी में यह उपलब्धि हासिल की, जिसमें उन्होंने शानदार अर्धशतक भी जड़ा। हालांकि, विराट कोहली की पहली पारी निराशाजनक रही, जहां वह बिना कोई रन बनाए शून्य पर आउट हो गए थे। फिर भी, उन्होंने दूसरी पारी में वापसी करते हुए भारतीय टीम को संभालने की कोशिश की।
Virat Kohli: सबसे धीमे 9000 रन पूरे किये
विराट कोहली ने 9000 टेस्ट रन पूरा करने के लिए कुल 197 पारियां खेलीं, जो इस मुकाम तक पहुंचने के लिए सबसे धीमी गति है। इससे पहले इस लैंडमार्क को हासिल करने वाले भारतीय खिलाड़ियों—सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और सुनील गावस्कर—ने कोहली से कम पारियों में यह कारनामा किया था। खास बात यह रही कि कोहली के 8000 से 9000 टेस्ट रन पूरा करने में उन्हें 28 पारियों का समय लगा, जिसका इंतजार 2022 से चल रहा था। इसके अलावा, विराट कोहली ने इस मैच में एक और रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। वह 536 अंतरराष्ट्रीय मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले दूसरे खिलाड़ी बन गए हैं, उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी के 535 अंतरराष्ट्रीय मैचों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। इस सूची में कोहली से आगे अब सिर्फ सचिन तेंदुलकर हैं, जिन्होंने 664 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं।
Virat Kohli: भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी
15921 रन – सचिन तेंदुलकर
13288 रन – राहुल द्रविड़
10122 रन – सुनील गावस्कर
9000 रन* – विराट कोहली
रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल ने दी मजबूत शुरुआत
भारतीय टीम ने दूसरी पारी में एक मजबूत शुरुआत की, जब कप्तान रोहित शर्मा और युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने पहले विकेट के लिए 72 रनों की साझेदारी की। यशस्वी जायसवाल 35 रन बनाकर आउट हुए, लेकिन रोहित शर्मा ने तेज़ी से अर्धशतक जड़ दिया। हालांकि, अर्धशतक के तुरंत बाद रोहित भी पवेलियन लौट गए। इसके बाद, विराट कोहली और सरफराज खान ने मोर्चा संभाला और कीवी गेंदबाजों का डटकर सामना किया।
कोहली और सरफराज की साझेदारी ने भारत को दी नई उम्मीद
न्यूजीलैंड ने पहली पारी में 402 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया, जिसके जवाब में भारतीय टीम अपनी पहली पारी में महज 46 रनों पर ढेर हो गई थी। यह भारत का घरेलू मैदान पर सबसे कम टेस्ट स्कोर था। ऐसे कठिन हालात में विराट कोहली ने धैर्य और संयम के साथ बल्लेबाजी की, जिससे टीम को मुश्किल स्थिति से उबरने में मदद मिली।
विराट कोहली और सरफराज खान की शानदार साझेदारी ने भारतीय टीम को फिर से मैच में वापसी दिलाई। दोनों बल्लेबाजों ने कीवी गेंदबाजों पर आक्रमण जारी रखा, और खासकर सरफराज खान ने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से दर्शकों का दिल जीत लिया। सरफराज ने 42 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया और कोहली के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 136 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की। इस साझेदारी ने भारत को एक मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया, जिससे मैच में उम्मीदें फिर से जग गईं।
Virat Kohli: दिखाया दम लेकिन अंत में चूके
जबकि विराट कोहली ने एक शानदार 70 रनों की पारी खेली, वह दिन के अंतिम गेंद पर आउट हो गए। इस आउट होने से पहले, उन्होंने दर्शकों को रोमांचक क्रिकेट का मजा दिया और सरफराज के साथ मिलकर टीम को आगे बढ़ाया। हालांकि, आउट होने के बाद विराट शायद सोच रहे होंगे कि अगर वह दिन का खेल खत्म होने तक टिके रहते, तो मैच का परिणाम कुछ और हो सकता था। इसके बावजूद, कोहली की इस पारी ने यह दिखा दिया कि वह किसी भी मुश्किल स्थिति से टीम को उबार सकते हैं।
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Virat Kohli: न्यूजीलैंड की पहली पारी और भारत की चुनौती
न्यूजीलैंड ने अपनी पहली पारी में 402 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया, जिसमें रचिन रवींद्र का शतक (134) और टिम साउदी के तेज़तर्रार 65 रन शामिल थे। भारत के सामने 356 रनों का बड़ा लक्ष्य था, लेकिन विराट और सरफराज की साझेदारी ने भारत को उम्मीदों से भर दिया। जब कोहली आउट हुए, भारत 231/3 के स्कोर पर था, और अभी भी उन्हें 125 रनों की जरूरत थी। इस बीच, पिच पर कोई असामान्य हरकत नहीं हो रही थी, लेकिन जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ेगा, स्पिनरों के लिए पिच पर मदद मिलनी शुरू हो सकती है।
Virat Kohli: अन्य अंतरराष्ट्रीय उपलब्धियाँ
विराट कोहली न सिर्फ टेस्ट क्रिकेट में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी फॉर्मेट्स में अपने शानदार प्रदर्शन के लिए जाने जाते हैं। हाल ही में, उन्होंने सबसे तेज़ 27,000 अंतरराष्ट्रीय रन पूरे करने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया था। उन्होंने यह कारनामा सिर्फ 594 पारियों में किया, जो किसी भी खिलाड़ी के लिए सबसे तेज़ है। इसके अलावा, उन्होंने अपने करियर में अब तक कई ऐतिहासिक रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं, जो उन्हें क्रिकेट इतिहास के महानतम खिलाड़ियों में शामिल करते हैं।
विराट कोहली की यह पारी भारतीय टीम के लिए एक उम्मीद की किरण साबित हुई है। उनकी और सरफराज खान की शानदार साझेदारी ने टीम को एक मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया है। कठिन परिस्थितियों में विराट कोहली ने जिस तरह से बल्लेबाजी की, वह उनकी मानसिक दृढ़ता और अद्वितीय कौशल का परिचायक है। आगे चलकर यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या भारत इस मैच में जीत हासिल कर पाता है। फिर भी, कोहली की यह पारी भारतीय क्रिकेट में एक यादगार पल के रूप में दर्ज हो चुकी है।
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