Union Budget 2024, 1 फरवरी को संसद में बजट पेश किया जाएगा. बजट को सारी तैयारियां पूरी हो चुकी है और काउंटडाउन शुरू हो गया है. आम बोलचाल की भाषा में इसे आम बजट कहते है लेकिन हकीकत में इसे यूनियन बजट (Union Budget) कहा जाता है. यूनियन बजट होता है क्या है, आइये इसे आसान भाषा में समझते है।
Highlights
Union Budget 2024
आम बजट या फिर यूनियन बजट (Union Budget 2024) यानी खर्चे और कमाई का लेखा-जोखा है. ठीक उसी तरह से जैसे हम लोग अपने घर का बजट बनाते हैं कि कितने पैसे कमाएंगे, कितने खर्च करेंगे और अंत में कितने पैसे बचाएंगे. लेकिन आम आदमी और सरकार के बजट में एक मामूली सा अंतर होता है. वह अंतर ये है कि आप अपने घर का बजट बनाते हैं और सरकार पूरे देश का, आय (Income) व व्यय (Expenditure) के इसी ब्यौरे बजट (Budget) कहा जाता है। पहले यह बजट साल के फरवरी माह के अंत में पेश किया जाता था, लेकिन 2017 से यह 1 फरवरी को पेश को पेश किया जाने लगा।
बजट का इतिहास
Union Budget 2024: 18 फरवरी 1860 को देश का पहला बजट ब्रिटिश सरकार के वित्त मंत्री जेम्स विल्सन के द्वारा पेश किया गया था। देश के स्वतंत्रता के बाद देश का पहला बजट पहले वित्त मंत्री आर० के० षणमुखम चेट्टी ने 26 नवंबर 1947 को पेश किया। इसमेँ 15 अगस्त 1947 से लेकर 31 मार्च 1948 के दौरान साढ़े सात महीनों को शामिल किया गया था।
बजट क्यों पेश किया जाता है ?
बजट के माध्यम से सरकार ये निश्चित करती है कि उसे अगले वर्ष देश के विकास से संबंधित किन चीजों पर प्राथमिकता के साथ खर्च करना है और उन खर्चों के लिए धन की व्यवस्था कैसे करनी है। प्रत्येक बजट एक निश्चित अवधि के लिए बनाया जाता है। Union Budget 2024 का भाषण 1 फरवरी से 9 फरवरी तक चलेगा जिसमे वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन् बताएंगी की पूरे देश को पिछले, वर्तमान और अगले वित्त वर्ष में उसको किन-किन श्रोतों से पैसा मिला/मिलेगा और किन-किन मदों पर खर्च किया जायेगा?
Union Budget 2024 की गोपनीयता
अपने देश में बजट(Union Budget 2024) बनाने की प्रक्रिया बहुत ही गुप्त तरीके से पूरी की जाती है | यहाँ पर बजट बनने के एक महीने पहले से ही वित्त मंत्रालय को मीडिया की पहुंच से दूर कर दिया जाता है ताकि बजट से संबंधित कोई भी सूचना बजट के पेश होने से पहले ही देशी या विदेशी उद्योग घरानों, विदेशी निवेशकों, शेयर दलालों के हाथों में ना आ जाये; क्योंकि यदि ऐसा हुआ, तो इससे देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंच सकता है।
बजट तैयार करते समय अधिकारियों/कर्मचारियों को एक गुप्त जगह भेज दिया जाता है। इस दौरान बजट बनाने वाले लोगों को मोबाइल रखने और घर पर फोन से बात करने तक की इजाजत नहीं होती है, इंटरनेट कनेक्शन भी हटा दिया जाता है। प्रिंटिंग रूम में सिर्फ एक फोन होता है। इस पर सिर्फ कॉल आने (incoming call facility) की सुविधा होती है, काल करने की (outgoing facility) सुविधा नही होती है।
और यदि अचानक किसी कर्मचारी की तबीयत ख़राब हो जाती है, तो उसके इलाज के लिए डॉक्टरों की एक टीम हमेशा वहां मौजूद रहती है। तथा अगर इमरजेंसी में कोई प्रिंटिंग कर्मचारी गुप्त कमरे से बाहर निकलता है, तो उसके साथ इंटेलिजेंस विभाग का एक आदमी और दिल्ली पुलिस का एक आदमी हमेशा साथ रहता है। इतना ही नही वित्त मंत्रालय के प्रिंटिंग प्रेस में काम करने वालों को जो खाना दिया जाता है, उसकी भी जांच की जाती है, ताकि पता लगाया जा सके कि खाने में जहर तो नहीं मिलाया गया है।
हलवा खाने का रस्म
Union Budget 2024 छपने के लिए भेजे जाने से पहले वित्त मंत्रालय में हलवा खाने की रस्म निभाई जाती है। इस रस्म के बाद बजट पेश होने तक वित्त मंत्रालय के संबधित अधिकारी किसी के संपर्क में नहीं रहते परिवार से दूर उन्हेँ वित्त मंत्रालय में ही रुकना पड़ता है।
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