कितनो कि हुई मौत ? कितने है घायल ? जाने hathras hadsha क़ि हर खबर:-
Hathras hadsha अस्थल का लोकेशन सिकंदराराऊ थाना क्षेत्र के गांव फुलरई में आयोजित भोले बाबा के सत्संग मे प्रशासन मौजूद थी, परन्तु भगदड़ के समय प्रशासन भी भीड़ को रोकने और लोगो को बचाने मे असमर्थ रही, परन्तु बड़ी बात यह है क़ि मौजूदा पुलिस कर्मचारियों ने बचाने क़ि कोशिश क़ि ही नहीं।
बाबा भोले का सत्संग चल रहा था,जहा hathras hadsha हुआ।सत्संग के समापन होने पर बाबा के जाते समय भीड़ बाबा के पीछे भागी और भारी भगदड़ मच गई इस गर्मी के कसमक्स मौसम मे भीड़ मे भागते समय कई मासूमो क़ि जान गयी।
जो जहा गिरा, वही दब गए और सैकड़ो, हजारों पैरो के नीचे आकर कुचले गए और सत्संग मे आने कीमत अपनी जान गवाँकर चुकानी पड़ी।
Hathras hadsha घटनास्थल पर एक व्यक्ति विनीत कुमार जी ने News24 के लाइव रिपोर्टिंग में आकर बताया कि मैंने अपने हाथों से गिना है लगभग 107 मृतकों की पुष्टि की जिनमें से चार बच्चे भी शामिल हैं लेकिन मृतको संख्या बढ़ती गयी और मृतकों क़ि संख्या 107 बढ़कर 116 हो चुकी है,बताया जा रहा है लगभग 150 से अधिक लोग घायल हैं।
Hathras hadsha पर लोगो ने लगाई गुहार क्या लेगी एक्शन सरकार ?
Hathras hadsha की दुर्घटना की स्थिति देख मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सीधी मॉनीटरिंग कर रहे हैं. ADG, आगरा और कमिश्नर, अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के आदेश दिए गए हैं।
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डीजीपी और गृह सचिव मौके पर पहुंच कर राहत कार्य का जायजा ले रहे हैं, अतः मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी जी ने hathras hadsha क़ि रिपोर्ट 24 घंटे के अंदर मांगी है।
Hathras hadsha मे लोगो क़ि दर्दनाक दर्दनाक मौत पर, यूपी सरकार ने इस दर्दनाक हादसे में मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख और घायलों को 50 हजार रुपये का मुआवजा देने का एलान किया है।
राहुल गांधी ने भी hathras hadsha पर ट्वीट कर दुख जताया, राहुल गांधी ने कहा सत्संग में आए अत्यंत पीड़ा दायक श्रद्धालुओं की मृत्यु पर उम्मीद करता हूं सरकार जल्द ही कार्रवाई करेगी।
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और गठबंधन पार्टी इंडिया के सभी कर्मचारियों से अनुरोध किया और कहा राहत बचाव पीड़ित कार्य में सभी अपना योगदान दें।
राहुल गांधी ने कहा hathras hadsha एक गंभीर मुद्दा है इस पर सरकार को जल्द से जल्द कार्रवाई करनी होगी।
कौन है बाबा भोले ? hathras hadsha का जिम्मेदार कौन-कौन है?
बिखरी पड़ी लाशें, हर तरफ मची चीख-पुकार और सहमे बच्चे और पीड़ित परिवारों दिल दहला देने वाली ये तस्वीरें रुलाती है हमारे समाज को।
Hathras hadsha घटना स्थल सिकंदराराऊ कस्बे के फुलरई गांव में हरि बाबा का सत्संग चल रहा था। सत्संग खत्म होने के बाद लोग बाहर निकल रहे थे कि भगदड़ मच गई।
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बताया जा रहा है भीड़ बाबा के पीछे भागी थी जिस से भगदड़ मैच गयी महिलाएं,बच्चे और कई पुरुष गिर गए भीड़ के भारी सैलाब मे नीचे गिरे लोग पैरों के नीचे कुछले गए और उनकी जगह पर ही दर्दनाक मृत्यु हो गई और कई अस्पताल में दम तोड़ दिए।
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी के बिछवां स्थित आश्रम में भोले बाबा रहता है,बाबा का पूरा नाम ‘नारायण साकार हरी भोले बाबा’ बताया जा रहा है,असली नाम ‘सूरज पाल सिंह’ है,इतनी बड़ी हादसा हो गया बाबा के जाने के बाद अब तक बाबा ने ना ही कोई जवाब दिया है और ना ही कोई दुख जताया है।
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सूरज पाल ने करीब दो दशक पहले पुलिस की नौकरी छोड़ दी थी. उन्होंने इसके बाद आध्यात्म का रुख किया और ‘भोले बाबा’ बने.
बाबा सूरजपाल उर्फ (भोले बाबा) के जाते समय जब भीड़ बाबा के पीछे भागी तब मौजूद पुलिस कर्मचारियों ने भीड़ को अपने डंडों और अपने अकर्मक रूप से भीड़ को रोका और बाबा के लिए बड़ी गाड़ी मंगाकर बाबा को विदा किया।
लेकिन भीषण गर्मी के नाते जैसे ही बाबा गया भीड़ का सैलाब उमड़ पाड़ा और भारी भगदड़ मच गई जिसमें ना चाहते हुए भी, सैकड़ो मासूम ने अपनी जान गवाई।मौजूद लोगों ने आकर सभी चैनलों पर जिस तरह से अपना बयान दिया और कहा बाबा और प्रशासन ही इस घटना का मुख्य जिम्मेदार है।
निष्कर्ष जरूर पढ़े :-
मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं,एक डिजिटल पत्रकार होने के नाते मै पूर्ण सच्चाई को आपके सामने लाने की कोशिश करता रहूंगा, मेरा मानना है जिस प्रकार वहां के मौजूदा लोगों ने बयान दिया।
अगर सचमुच प्रशासन और बाबा इसके असल जिम्मेदार हैं तो उन पर कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए, मृतकों को लौटया नहीं जा सकता परंतु उनके परिवार को सही न्याय दिलाया जा सकता है।
Hathras hadsha
जब भी कोई ऐसी कोई सत्संग या बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जाए, तो पूर्ण अनुमति ले और उचित मात्रा में पुलिस प्रशासन मौजूद रहे उसके बाद ही कोई कार्यक्रम होना चाहिए। ताकि फिर कोई ऐसी दर्दनाक घटना घटे।