
The Storyteller: परेश रावल और आदिल हुसैन की बेहतरीन फिल्म
The Storyteller एक ऐसी फिल्म है, जिसे आपको ज़रूर देखना चाहिए। सत्यजीत रे की प्रसिद्ध लघु कहानी “गल्पो बोलिये तारिणी खुरो” पर आधारित यह फिल्म दर्शकों को एक अलग ही दुनिया में ले जाती है। अनंत महादेवन के निर्देशन में बनी यह फिल्म Disney+ Hotstar पर रिलीज़ हुई और आते ही दर्शकों के बीच चर्चा का विषय बन गई।
इस फिल्म में परेश रावल और आदिल हुसैन ने जबरदस्त अभिनय किया है, जो इसे और भी खास बनाता है। तो चलिए, इस फिल्म की कहानी, किरदार, निर्देशन और इसकी खासियतों पर एक नजर डालते हैं।
The Storyteller: एक दिलचस्प कहानी
फिल्म की कहानी कोलकाता के एक बुजुर्ग कहानीकार तारिणी (परेश रावल) के इर्द-गिर्द घूमती है। तारिणी एक अनोखे कहानीकार हैं, जो कभी भी अपनी कहानियों को लिखित रूप में नहीं लाते। उनका मानना है कि “एक कहानी को लिख देने से उसकी आत्मा मर जाती है।”
उनकी मुलाकात होती है रतन गरोडिया (आदिल हुसैन) से, जो एक अमीर बिजनेसमैन है और अनिद्रा से जूझ रहा है। वह सोचता है कि तारिणी की कहानियाँ उसे मानसिक शांति देंगी। लेकिन कहानी में ट्विस्ट तब आता है, जब रतन, तारिणी की कहानियों को अपनी कहानियाँ बताकर प्रसिद्धि पाने लगता है।
यह मोड़ कहानीकार तारिणी को एक गहरे नैतिक द्वंद्व में डाल देता है –
- क्या कहानियाँ केवल उसी की होती हैं, जिसने उन्हें लिखा है?
- या जो उन्हें लोगों तक पहुँचाता है, वह भी उनका हकदार होता है?
अभिनय और किरदारों की गहराई
परेश रावल (तारिणी खुरो)
परेश रावल ने इस किरदार को इतनी बारीकी से निभाया है कि हर सीन में वह अपनी छाप छोड़ जाते हैं। उनकी आवाज़, हावभाव और बॉडी लैंग्वेज कहानीकार के व्यक्तित्व को जीवंत बना देते हैं।
आदिल हुसैन (रतन गरोडिया)
आदिल हुसैन ने एक महत्वाकांक्षी लेकिन नैतिक रूप से भ्रमित व्यक्ति का किरदार निभाया है। उनके अभिनय में गहराई है और उन्होंने यह दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ी कि कला और व्यावसायिकता के बीच का संघर्ष कैसा होता है।
अन्य सहायक कलाकार
- रेवती और तनिष्ठा चटर्जी जैसे कलाकार भी फिल्म में सहायक भूमिकाओं में हैं, लेकिन उनके किरदार कहानी में और गहराई जोड़ते हैं।
फिल्म की खासियतें
✅ शानदार निर्देशन – अनंत महादेवन का निर्देशन बहुत ही सधा हुआ है। हर दृश्य को खूबसूरती से गढ़ा गया है।
✅ बेहतरीन सिनेमैटोग्राफी – कोलकाता के पुराने इलाकों को इस तरह फिल्माया गया है कि हर सीन एक पेंटिंग जैसा लगता है। सिनेमैटोग्राफर अल्फोंस रॉय ने हर फ्रेम को एक कला के रूप में दिखाया है।
✅ सोचने पर मजबूर करने वाली कहानी – यह फिल्म केवल मनोरंजन नहीं देती, बल्कि हमें नैतिकता, रचनात्मकता और कला बनाम व्यापार के मुद्दे पर सोचने के लिए भी मजबूर करती है।
✅ सटीक संवाद और बैकग्राउंड म्यूजिक – फिल्म के संवाद बहुत ही प्रभावशाली हैं और बैकग्राउंड स्कोर हर सीन को और भी प्रभावी बना देता है।
OTT पर क्यों मचा रही धूम?
कंटेंट-ड्रिवन सिनेमा की बढ़ती लोकप्रियता – अब दर्शक केवल मसाला फिल्मों तक सीमित नहीं रहना चाहते। उन्हें कुछ नया, गहरा और अर्थपूर्ण देखना पसंद है।
सत्यजीत रे की विरासत – यह फिल्म सत्यजीत रे की महान लेखनी को एक खूबसूरत श्रद्धांजलि देती है, जो कला प्रेमियों के लिए एक खास अनुभव बनाती है।
OTT पर अच्छी फिल्मों की बढ़ती माँग – डिज़्नी+ हॉटस्टार जैसे प्लेटफॉर्म पर अब गंभीर और विचारशील सिनेमा को ज्यादा तवज्जो दी जा रही है, और यही वजह है कि “द स्टोरीटेलर” को जबरदस्त रिस्पॉन्स मिल रहा है।
फिल्म के महत्वपूर्ण संदेश
कला बनाम व्यापार – क्या कला केवल विचार और सौंदर्य के लिए होती है, या इसे व्यावसायिक रूप से भी इस्तेमाल किया जा सकता है?
बौद्धिक संपत्ति का सम्मान – किसी और की मेहनत को अपनी बताना सही है या गलत?
कहानी कहने की शक्ति – कहानियाँ केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि संस्कृति और समाज को समझने का जरिया भी होती हैं।
क्या आपको यह फिल्म देखनी चाहिए?
अगर आपको गहरी और सोचने पर मजबूर करने वाली फिल्में पसंद हैं, तो यह आपके लिए परफेक्ट है।
अगर आप सत्यजीत रे के प्रशंसक हैं, तो यह फिल्म उनकी कला का बेहतरीन सम्मान है।
अगर आप शानदार अभिनय और अच्छी सिनेमैटोग्राफी देखना चाहते हैं, तो परेश रावल और आदिल हुसैन की अदाकारी आपको निराश नहीं करेगी
FAQs
द स्टोरीटेलर किसकी कहानी पर आधारित है?
यह फिल्म सत्यजीत रे की लघु कहानी “गल्पो बोलिये तारिणी खुरो” पर आधारित है।
फिल्म में मुख्य अभिनेता कौन हैं?
फिल्म में परेश रावल, आदिल हुसैन, रेवती और तनिष्ठा चटर्जी मुख्य भूमिकाओं में हैं।
क्या यह फिल्म डिज़्नी+ हॉटस्टार पर उपलब्ध है?
हाँ, “द स्टोरीटेलर” डिज़्नी+ हॉटस्टार पर स्ट्रीम हो रही है।
इस फिल्म की थीम क्या है?
यह फिल्म कहानी कहने की कला, बौद्धिक संपत्ति और नैतिकता जैसे विषयों को दर्शाती है।
क्या यह फिल्म बच्चों के लिए उपयुक्त है?
हाँ, यह एक परिवार के साथ देखने लायक फिल्म है, जिसमें कोई अनुचित सामग्री नहीं है
Jana Nayagan: थलपति विजय की आखिरी फिल्म का फर्स्ट लुक और जाने कब होगी रिलीज डेट