Farmers Protest: 2500 ट्रैक्टर के साथ 5000 से भी अधिक किसान दिल्ली की तरफ चल दिए है, किसानो का कहना है हम दिल्ली आ कर संसद का घेराव करेंगे। क्या एक बार फिर से 2020 जैसा बड़ा किसान आंदोलन होने जा रहा, और क्या है किसानो की मांग? आइये समझते है।
Farmers Protest: क्यों हो रहा आंदोलन
Farmers Protest: जब से किसानो ने “दिल्ली चलो” का नारा दिया है तब से केंद्र सरकार चिंता में पड़ गयी है क्युकी अगले दो महीने में लोकसभा का चुनाव होना है, इसी को लेकर सोमवार को चंडीगढ़ में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और अर्जुन मुंडा के साथ किसान संगठनों की मीटिंग हुयी मंत्रियो ने किसानो को मानाने का प्रयास किया लेकिन मीटिंग बेनतीजा रही. ये मीटिंग साढ़े पांच घंटे तक चली. लेकिन कोई पॉजिटिव रिजल्ट नहीं निकला. किसानों ने कहा उनका दिल्ली कूच करने का आंदोलन जारी रहेगा. खबर है कि किसान एमएसपी पर किसी भी कीमत पर समझौता करने को तैयार नहीं है. किसानों का कहना है कि सरकार उनकी मांग पर गंभीर नहीं है।
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pic.twitter.com/qHzkjXrIrs— Dhillon (@Davinder_777) February 13, 2024
Farmers Protest: दिल्ली बॉर्डर सील
Farmers Protest: दिल्ली में घुसने से रोकने के लिए पुलिस सारे दिल्ली बार्डर को सील कर दिया है, कंक्रीट की दीवाले बनाकर पुरे बॉर्डर को सील करके पुलिस बल की भर्ती तैनाती कर दी गयी। पिछली आंदोलन से भी ज्यादा इस बार पुलिस तैयार है, पुलिस का कहना है इस बार किसी हालत में किसानो को दिल्ली में प्रवेश से रोकना है।
#WATCH | Concrete slabs, iron nails, barricades, barbed wires, police and paramilitary personnel deployed at Kurukshetra in Haryana as Punjab farmers are on their way to Delhi pic.twitter.com/1UnfmH99t5
— ANI (@ANI) February 13, 2024
Farmers Protest: क्या है किसानो की मांग ?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसाए किसान इन मुद्दों की मांग कर रहे
- सभी किसान नेता न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून बनाने की मांग कर रहे हैं।
- किसानों के द्वारा दिल्ली मोर्चा के दौरान केंद्र सरकार की ओर से जिन मांगों को पूरा करने का भरोसा दिया गया था उन्हें तुरंत पूरा करने की मांग की गई है।
- साल 2021-22 के किसान आंदोलन में जिन किसानों पर मुकदमें दर्ज किए गए थे, उन्हें रद्द करने की मांग शामिल है।
- इस बार के आंदोलन (Farmers Protest) में केंद्र सरकार से किसानों की मांग है कि पिछले आंदोलन में जिन किसानों की मौत हुई थी उनके परिवार को मुआवजा तथा एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की गई है।
- किसान नेता चाहते हैं कि लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों को केंद्र सरकार न्याय दे और परिवार के एक सदस्य को नौकरी दें।
- किसान नेता लखीमपुर खीरी हिंसा के आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर उन्हें सलाखों के पीछे भेजने की मांग कर रहे हैं।
- दिल्ली कूच करने वाले किसानों नेताओं की इस बार सरकार से मांग है कि वह सभी किसानों का सरकारी और गैर सरकारी कर्ज माफ करें।
- 60 साल से ऊपर के किसानों को 10 हजार रुपये पेंशन देने की मांग भी शामिल है।
- कृषि वस्तुओं, दूध उत्पादों, फलों, सब्जियों और मांस पर आयात शुल्क कम करने के लिए भत्ता बढ़ाने की मांग की गई है।
- किसान नेता किसान स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने की मांग भी कर रहे हैं।
- केंद्र सरकार से किसान कीटनाशक, बीज और उर्वरक अधिनियम में संशोधन करके कपास सहित सभी फसलों के बीजों की गुणवत्ता में सुधार करने की मांग कर रहे हैं।
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