आयुर्वेद भारत की एक बहुत पुरानी और विश्वसनीय चिकित्सा पद्धति है। भारत में इसे न केवल बीमारियों के इलाज के लिए, बल्कि स्वस्थ जीवन जीने के तरीके के रूप में भी जाना जाता है। Ayurveda Day हर साल धनतेरस (धन्वंतरि जयंती) के दिन मनाया जाता है, जो दीपावली से एक दिन पहले आता है। इस दिन को मनाने का मकसद लोगों को आयुर्वेद के महत्व के बारे में जागरूक करना और इसके फायदों को समझाना है। आएये आपको इस आर्टिकल में आयुर्वेद दिवस के बारे में पूरी जानकारी देते है।
Highlights
Ayurveda Day का इतिहास
भारत सरकार ने 2016 में हर साल आयुर्वेद दिवस मनाने की शुरुआत की ताकि लोग इस प्राचीन चिकित्सा पद्धति को जानें और अपनाएं। धनतेरस के दिन इसे मनाने का कारण यह है कि इस दिन भगवान धन्वंतरि का जन्मदिन माना जाता है, जो आयुर्वेद के जनक माने जाते हैं।
Ayurveda Day है?
“आयुर्वेद” का अर्थ होता है “जीवन का ज्ञान”। इसमें हमारे शरीर, मन और आत्मा को स्वस्थ रखने के तरीके बताए गए हैं। आयुर्वेद में कहा गया है कि शरीर में तीन मुख्य दोष होते हैं – वात, पित्त और कफ। जब ये तीनों संतुलित रहते हैं, तो हम स्वस्थ रहते हैं, लेकिन इनका असंतुलन होने पर बीमारियाँ होती हैं। आयुर्वेद का उद्देश्य इन दोषों को संतुलित कर स्वस्थ जीवन देना है।
Ayurveda Day का महत्व
आयुर्वेद दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य आयुर्वेद के बारे में लोगो के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। क्योकि आजकल के तनावपूर्ण जीवन और प्रदूषण भरे माहौल में आयुर्वेद का महत्व और भी बढ़ गया है। आयुर्वेद न केवल बीमारियों को ठीक करता है, बल्कि उन्हें जड़ से रोकता भी है।
आयुर्वेद और आधुनिक चिकित्सा में अंतर
आधुनिक चिकित्सा बीमारी को जल्दी ठीक करने में मददगार है, लेकिन आयुर्वेद शरीर को संपूर्ण रूप से स्वस्थ बनाने पर जोर देता है। दोनों का उद्देश्य भले ही एक है – यानी बीमारियों का इलाज – लेकिन आयुर्वेद जीवनशैली में सुधार लाने और प्राकृतिक तरीकों से उपचार करने की पद्धति है।
आयुर्वेद के फायदे
आयुर्वेद के कुछ मुख्य फायदे हैं:
- प्राकृतिक उपचार: इसमें इस्तेमाल की जाने वाली सभी दवाइयाँ प्राकृतिक होती हैं, जिनसे साइड इफेक्ट्स नहीं होते।
- समग्र स्वास्थ्य: यह केवल शरीर का नहीं, बल्कि मन और आत्मा का भी संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।
- जीवनशैली सुधार: यह एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाने में मदद करता है, जिससे दीर्घकालिक लाभ मिलता है।
- रोगों की रोकथाम: आयुर्वेद बीमारियों को होने से पहले ही रोकता है, जिससे शरीर और मन दोनों स्वस्थ रहते हैं।
Ayurveda Day का उद्देश्य
आयुर्वेद दिवस का उद्देश्य लोगों को इस प्राचीन चिकित्सा के बारे में जागरूक करना और इसका सही उपयोग करना सिखाना है। सरकार और कई संस्थान इस दिन आयुर्वेद को समझने और अपनाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करते हैं ताकि लोग इसे अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में शामिल कर सकें।
आयुर्वेद दिवस: एक वैश्विक आंदोलन
आयुष मंत्रालय ने इस बार अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (AIIA) में भव्य कार्यक्रम की तैयारी की है। Ayurveda Day अब एक अंतर्राष्ट्रीय अभियान बन गया है, जिसमें इस बार 150 से अधिक देशों में आयुर्वेद से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस अभियान का मकसद है कि दुनिया भर में लोगों को आयुर्वेद के लाभों के बारे में जागरूक किया जाए। इस Ayurveda Day पर धनतेरस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12,850 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे, जिसमें अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (AIIA) का विस्तार, पंचकर्म अस्पताल, आयुर्वेदिक फार्मेसी और अन्य सुविधाएं शामिल हैं।
अभी तक 24 देशों में आयुर्वेद को कानूनी मान्यता प्राप्त है, और इसके उत्पाद 100 से अधिक देशों में निर्यात किए जा रहे हैं। WHO ने भी आयुर्वेद को अपने ICD-11 में शामिल किया है, जिससे आयुर्वेदिक चिकित्सा को वैश्विक स्तर पर मान्यता मिल रही है।
आयुर्वेद दिवस थीम 2024
इस वर्ष दुनिया भर के 150 से अधिक देशों ने आयुर्वेद दिवस के लिए कमर कस ली है, पूरी दुनिया में यह दिवस “वैश्विक स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद नवाचार” थीम पर मनाया जा रहा है।
आयुर्वेद दिवस पर क्या-क्या होता है?
इस दिन कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जैसे:
- आयुर्वेदिक शिविर: जहाँ लोग मुफ्त में आयुर्वेदिक इलाज के बारे में जानकारी पा सकते हैं।
- सेमिनार और वेबिनार: विशेषज्ञ लोग आयुर्वेद के फायदों और आधुनिक जीवन में इसके उपयोग पर चर्चा करते हैं।
- स्वास्थ्य मेले: जहाँ आयुर्वेदिक दवाइयाँ और जड़ी-बूटियाँ दिखाई जाती हैं।
- स्कूलों में कार्यशालाएँ: बच्चों को आयुर्वेद के बारे में जानकारी दी जाती है ताकि वे इसे समझ सकें।
Ayurveda Day हमारी प्राचीन और विश्वसनीय चिकित्सा प्रणाली का सम्मान करने का दिन है। यह हमें एक स्वस्थ जीवन जीने का तरीका सिखाता है और बीमारियों से बचने में मदद करता है। इस आयुर्वेद दिवस पर, हम सबको मिलकर आयुर्वेद को अपने जीवन का हिस्सा बनाने का संकल्प लेना चाहिए।
FAQs: आयुर्वेद दिवस
1. आयुर्वेद दिवस क्यों मनाया जाता है?
आयुर्वेद दिवस का उद्देश्य आयुर्वेद के बारे में जागरूकता बढ़ाना और इसके लाभों को जन-जन तक पहुँचाना है।
2. आयुर्वेद दिवस कब मनाया जाता है?
आयुर्वेद दिवस धनतेरस के दिन मनाया जाता है, जो दीपावली से एक दिन पहले आता है।
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